पांवटा साहिब (भीम सिंह): एनएच-707 पांवटा से शिलाई चौपाल हरिपुरधार रोहरू शिमला उत्तराखंड को जोड़ती सड़क बंद होने के बाद लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए जान की बाजी लगाने को मजबूर हो रहे हैं।
बता दें कि स्कूल, कॉलेज के छात्र और छात्राएं, बुजुर्ग और महिलाएं गिरी नदी को जेसीबी द्वारा पार करके पांवटा साहिब और नाहन पहुंच रहे हैं। हालांकि लोग गिरी नदी को पार करने के लिए जेसीबी मशीन से नदी पार कर रहे हैं, लेकिन नदी का बहाव भी काफी तेज होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
हालत यह हो गई है कि पहले बाइक के ऊपर लोग बैठते थे, लेकिन आज बाइक लोगों के कंधे पर है। स्थानीय लोगों के मन में एक ही सवाल है कि प्रशासन कब नेशनल हाईवे को बहाल करता है और कितने दिनों तक लोगों को यह मुसीबत झेलनी पड़ेगी।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि लगभग 35-40 लाख का नुकसान हो चुका है। यहां पर लगातार भूस्खलन जारी है और नेशनल हाईवे खोलने के लिए 10 से 12 दिन लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या का समाधान के लिए सतोन से पुरुवाला सड़क का कार्य किया जा रहा है ताकि लोगों को आवाजाही में परेशानी न हो। इसके अलावा सतौन मालगी से राजबन पांवटा को जोड़ सड़क पर भी कार्य शुरू कर दिया है ताकि छोटे-बड़े वाहन सुचारू रूप से चल सके।