उलान उदे: हरियाणा की मुक्केबाज मंजू रानी रूस में खेली जा रही महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 48 किलो भारवर्ग के फाइनल में पहुंच गई है। यह पहला मौका है जब पहली बार इस चैंपियनशिप में खेल रहा कोई खिलाड़ी फाइनल में पहुंचा हो।
बता दें कि हरियाणा के रोहतक की रहने वाली मंजू रानी पहली बार इस चैंपियनशिप में भाग ले रही है। सेमीफाइनल मैच थाईलैंड की मुक्केबाज चुटहामत रखसत को मंजू रानी ने 4-1 से हरा दिया। अब रविवार को खेले जाने वाले फाइनल मैच में मंजू का मुकाबला रूस की एकाटेरीना पाल्टकेवा के साथ होगा। मंजू रानी तो फाइनल मैच में पहुंच गई है। यदि मंजू रानी यह मैच हार भी जाती है तो कम से कम वह रजत पदक जीत लेगी, लेकिन अपना-अपना सेमीफाइनल मैच हारकर भारतीय मुक्केबाज एम.सी. मैरी कॉम और जमुना बोरो को कांस्य के पदक से ही संतोष करना पड़ा।
तुर्की की मुक्केबाज बुसेनाज साकिरोग्लू ने मैरी कॉम को सेमीफाइनल मैच में 1-4 से हरा दिया जबकि जमुना को चीनी ताइपे की मुक्केबाज हूआंग सियाओ-वेन ने 0-5 से हरा दिया। सेमीफाइनल मैच हारकर इस चैंपियनशिप में मैरी कॉम का सफर खत्म हो गया है, लेकिन मैरी कॉम ने पहली बार 51 किलो भारवर्ग में कांस्य पदक हासिल किया है। मैरी कॉम विश्व चैंपियनशिप में 6 बार स्वर्ण पदक जीत चुकी है।