चंडीगढ़: 21 अक्टूबर को हरियाणा में होने विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। चुनाव के लिए हरियाणा में कुल 19500 पोलिंग बूथ बनाए गए है जिनमें से 2923 पोलिंग बूथों को संवेदनशील (vulnerable) और 82 बूथों को नाजुक (critical) बताया गया है। यह ऐसे बूथ हैं जहां पर मतदाताओं को प्रभावित किया जा सकता है। ADGP नवदीप सिंह विर्क ने कहा है कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव को शांति से करवाने के लिए सुरक्षा के पूरे प्रबंध कर लिए गए हैं।
21 अक्टूबर को हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान करवाएं जाएंगे और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। हरियाणा में पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त अभियान चलाया था जिसमें 60 जगहों पर बनाए गए 83 पोलिंग बूथों को नाजुक और 1419 जगहों पर बनाए गए 2923 बूथों को संवेदनशील बताया गया है। सभी पोलिंग बूथों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए जाएंगे ताकि किसी मतदाता को प्रभावित न किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील और नाजुक उन पोलिंग बूथों को कहा जाता है जिन पर चुनाव आयोग यह सोचता है कि यहां मतदान करने आए मतदाताओं को बाहरी लोग प्रभावित कर सकते हैं।
विर्क ने बताया कि नाजुक पोलिंग बूथों में कुरूक्षेत्र के 14, हिसार और पलवल के 10-10, मेवात, हांसी, सिरसा और पानीपत के 7-7, जींद और भिवानी के 5-5, यमुनानगर और दादरी के 2-2, महेंद्रगढ़ के 2 और गुरुग्राम का 1-1 पोलिंग बूथ शामिल है। इसी तरह संवेदनशील बूथों में मेवात के 342, गुरूग्राम के 308, सिरसा के 292, झज्जर के 254, फरीदाबाद के 199, पानीपत के 143, अंबाला के 142, रोहतक और फतेहाबाद के 141-141, कुरूक्षेत्र के 119, पंचकूला के 98, यमुनानगर के 78, कैथल के 29, करनाल के 24, सोनीपत के 64, जींद के 29, हिसार के 49, हांसी के 46, भिवानी के 85, दादरी के 91, महेंद्रगढ़ के 107, रेवाड़ी के 60 और पलवल के 85 पोलिंग बूथ शामिल हैं।
मौजूदा हरियाणा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के सबसे ज्यादा 48 विधायक हैं और इस बार हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 75 से ज्यादा विधानसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है।