चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों में अपना प्रचार शुरू कर दिया है। 21 अक्टूबर को हरियाणा में 90 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए सभी दलों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जबकि कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बता दें कि 90 सीटों के लिए 1168 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। हरियाणा में सत्तापक्ष भारतीय जनता पार्टी ने इन विधानसभा चुनाव में 75 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है जिसके लिए भाजपा ने कई प्रसिद्ध हस्तियों को भी चुनाव मैदान में उतारा है। कई राजनीतिक दल चुनाव मैदान में हैं जबकि मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में ही रहने की संभावना है। वह लोग जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दी, वह भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। रेवाड़ी से मौजूदा विधायक रणधीर कापड़ीवास को भी भाजपा ने टिकट नहीं दी है, इसलिए उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हिसार में 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि चरखी दादरी से 27 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। फरीदाबाद में 69, करनाल में 59 और गुरूग्राम में 54 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल से चुनाव लड़ेंगे और इस सीट पर कोई ऐसा उम्मीदवार खड़ा नहीं हुआ है जो मनोहर लाल को सख्त टक्कर दे सके। करनाल में 12 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। करनाल से कांग्रेस ने तरलोचन सिंह जबकि जननायक जनता पार्टी ने तेज बहादुर यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। तेज बहादुर ने हाल ही में लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से नामांकन भरा था, लेकिन उनका यह नामांकन खारिज हो गया था। बीएसएफ में खाने की शिकायत को लेकर तेज बहादुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर दी थी जिसके बाद तेज बहादुर को बीएसएफ से निकाल दिया गया था।
हरियाणा से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस की टिकट पर गढ़ी सांपला-किलोई सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह इस सीट पर 2005 से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने इस सीट के लिए सतीश नंदाल को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा में आने से पहले सतीश इनेलो में शामिल थे जिन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में हुड्डा ने हरा दिया था।