तेहरान: ईरान में 40 साल से चली आ रही उस प्रथा को अब खत्म कर दिया गया है जिसमें कोई भी मैच देखने के लिए महिलाएं स्टेडियम में नहीं जा सकती है।
बता दें कि ईरान की सरकार ने पिछले 40 साल की प्रथा को खत्म करते हुए मैच देखने के लिए महिलाओं को स्टेडियम में जाने की इजाजत दे दी है। फेडरेशन इंटरनेशलन फुटबाल एसोसिएशन (FIFA) की सख्ती और एक लड़की द्वारा आत्महत्या करने के बाद सरकार ने यह इजाजत दी है। फीफा ने ईरान की सरकार को आदेश दिया था कि वह अपनी इस नीति को बदले जिसमें मैच देखने के लिए पुरुषों को तो स्टेडियम में जाने की इजाजत थी, लेकिन महिलाओं को स्टेडियम में जाने की इजाजत नहीं थी। महिलाएं अपने घरों में ही टीवी पर मैच देख सकती थीं। स्टेडियम में जाकर मैच देखने की इजाजत मिलने के बाद महिलाएं आज बुधवार को ईरान और कोलंबिया के बीच होने वाला फुटबाल का मैच देखने के लिए तेहरान के आजादी स्टेडियम में जाएंगी। इस मैच के लिए करीब 3300 महिलाओं ने अपनी टिकट बुक कर ली है।
FIFA की ओर से महिलाओं को मैच देखने के लिए स्टेडियम जाने की इजाजत देने का आदेश मिलने के बाद ईरान की सरकार ने इस स्टेडियम में बैठने के लिए तीन अतिरिक्त लाइनें लगाई हैं। इस स्टेडियम में एक लाख लोगों के बैठने की क्षमता है। अपनी टिकट बुक करने वाली 3500 महिलाओं में से एक राहा पूरबख्श ने कहा कि उसने अभी तक सभी मैच टीवी पर ही देखें हैं। फुटबाल पत्रकार के तौर पर काम करने वाली राहा ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि सरकार ने महिलाओं को मैच देखने के लिए स्टेडियम में जाने की इजाजत दे दी है।
बतातें चलें कि कुछ महीने पहले फुटबाल की दीवानी एक 29 वर्षीय एक महिला सहर खोडयारी पिछले महीने लड़कों के कपड़े पहनकर मैच देखने के लिए स्टेडियम में चली गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार किए जाने के बाद इस महिला को अदालत में पेश किया गया जहां अदालत ने उसे 6 महीने की सजा सुनाई थी। जेल जाने के डर से इस महिला ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी।