नई दिल्ली: 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड की क्रिकेट सलाहकार कमेटी (CAC) से अलग हो गए हैं। बता दें कि कपिल देव ने तीन सदस्यीय CAC के प्रमुख से इस्तीफा दे दिया है। इस कमेटी ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच को चुनने में अहम भूमिका निभाई थी। कमेटी ने कोच पद के लिए 6 उम्मीदवारों की इंटरव्यू ली थी और रवि शास्त्री के नाम पर अपनी मुहर लगा दी थी।
कपिल देव ने यह नहीं बताया कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बनाई गई प्रशासकीय कमेटी (CoA) को अपने इस फैसले की जानकारी देते हुए ई-मेल भेज दी है। कुछ दिन पहले ही CAC की सदस्यता से शांता रंगास्वामी ने भी इस्तीफा दे दिया था। जुलाई 2019 में कपिल देव को CAC का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। पिछले सितंबर महीने में भारतीय क्रिकेट बोर्ड़ के अधिकारी डी.के. जैन ने CAC को हितों के टकराव के मामले में नोटिस जारी किया था। इसके बाद रंगास्वामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और अब कपिल देव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन दोनों के इस्तीफा देने के बाद अब इस कमेटी में आंशुमान गायकवाड़ ही बचे हैं।
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के सदस्य संजीव गुप्ता ने CAC के सदस्यों के खिलाफ क्रिकेट बोर्ड के पास शिकायत दी थी। इस शिकायत में गुप्ता ने कहा था कि CAC के यह सदस्य एक साथ कई भूमिकाएं कर रहे हैं। गुप्ता ने कहा था कि CAC के चेयरमैन होने के साथ-साथ कमेंटेटर होने के साथ अपनी एक कंपनी फ्लडलाइट भी चला रहे हैं। इसके साथ कपिल भारतीय क्रिकेट संघ के सदस्य भी हैं। इसी तहर गायकवाड़ CAC के सदस्य होने के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट संघ के भी सदस्य हैं। शांती रंगास्वामी भी CAC के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट संघ में कई भूमिकाएं निभा रही है।