करनाल: हरियाण के करनाल में सोहना गांव के अंतर्गत किसानों द्वारा पराली जलाने का मामला सामने आया है और इस पर पाबंदी लगाई गई है, लेकिन फिर भी पराली जलाई जा रही है। हरियाणा पुलिस चुनावी ड्यूटी में इतनी व्यस्त हो गई है कि पराली जलाने वाले किसानों को नजरअंदाज कर रही है।
बताया जाता है कि धान के सीजन की शुरुआत में ही अब तक कई किसानों पर केस दर्ज हो चुके हैं, लेकिन किसान मौका लगते ही पराली में आग लगा रहे हैं और प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। वहीं राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा दिसबंर 2015 में राजस्थान उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर अधिकारी चुनावी ड्यूटी में व्यस्त हैं। इसके बावजूद पराली जलाने वाले किसानों को जानबूझकर नहीं छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हे ऐसा करने का किसी तरफ से निर्देश नहीं मिला है। करनाल के एक किसान ने कहा कि कोई भी किसानों से खेतों में पराली नहीं जलाने की उम्मीद कैसे कर सकता है।