पूंडरी: विधानसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को चुनावी दंगल में उतार दिया है। सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मदीवारों की सूची जारी कर दी है। वहीं इसी बीच कई उम्मीदवारों के हाथ खुशी लगी तो कई लोगों को दुख मिला। हाल ही में भाजपा ने अपने 78 उम्मदीवारों की सूची जारी की है जिसमें जिन लोगों को टिकट नहीं मिली वो भाजपा के इस फैसले से निराश हैं और एक विधायक की तो आंखों से आंसू ही नहीं रुक रहे। बता दें कि पूंडरी जश्र पैलेस में आयोजित हलका कार्यकर्ताओं की बैठक में पार्टी टिकट न मिलने पर भावुक हो गए।
उनका कहना है कि वे 30 वर्षों से बगैर कोई परवाह किए दिन-रात पार्टी के विकास के लिए अपना खून-पसीना बहाया और पार्टी को सींचा। अब जब मौका आया तो पार्टी ने पीठ में छूरा घोंपने का काम किया। उनका मात्र इतना कसूर था कि उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक में बिजली निगम द्वारा आए दिन डाले जाने वाले बिजली चोरी के छापों को बंद करने के लिए आवाज उठाई थी जिसकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गांठ बांध ली। रणधीर गोलन ने कहा कि उनके इस बयान को सरकार के खिलाफ बोलने जैसे आरोप लगा दिए। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं की सहमति से भाजपा से बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया।