चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। साथ ही चुनावी शेड्यूल भी जारी हो चुका है। सभी राजनीतिक दल जीत के लिए अपने दांवपेच आजमा रहे है और हर तरह के प्रचार में जुटे हुए हैं। तो चलिए आपको हरियाणा विधानसभा की एक ऐसी एक मात्र सीट के बारें में बताते हैं जहां निर्दलीय लड़ रहे प्रत्याशियों का दबदबा है। हम बात कर रहे है पूंडरी विधानसभा सीट की।
पूंडरी विधानसभा सीट की खास बात ये है कि यहां से आज तक कोई बीजेपी का उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर सका है। कैथल जिले के पूंडरी विधानसभा क्षेत्र में कुल 1 लाख 81 हजार 200 मतदाता हैं। विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए 184 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बताते चलें कि 1996 के बाद से तो इस विधानसभा सीट पर किसी भी राजनीतिक पार्टी का उम्मीदवार जीत ही नहीं सका। प्रदेश में मोदी लहर होने के बावजूद पूंडरी विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने 1996 के बाद से तमाम राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों को पसंद नही किया और सिर्फ निर्दलीय को ही अपना विधायक बना कर हरियाणा विधानसभा में भेजा है।
आपको बता दें कि पूंडरी के मतदाता नामी पार्टी के प्रत्याशी के मुकाबले निर्दलीय प्रत्याशी को पसंद करते हैं जिसका उदाहरण है कि 1996 से लेकर अभी तक पूंडरी से सभी विधायक निर्दलीय ही बने हैं। बता दें कि पूंडरी से सिटिंग एमएलए दिनेश कौशिक 2014 के चुनाव में निर्दलीय जीते थे, लेकिन बाद में वो बीजेपी के साथ जुड़ गए थे और बीजेपी से टिकट की उम्मीद भी लगा रहे थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद वो एक बार फिर से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतर गए हैं। वहीं रणधीर सिंह गोलन की बात करें तो वो भी पहले बीजेपी के साथ जुड़े थे लेकिन उन्हें भी जब टिकट नहीं दिया गया तो वो भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में आ चुके हैं। गौरतलब है कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे है जिसकी परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। वहीं अब देखने वाली बात ये होगी की आखिर जीत किसकी होगी।