शिमला: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है दशहरा जिसकी धूम पूरे उत्तर भारत में देखने को मिलती है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में मनाए जाने वाले दशहरे की अलग ही बात होती है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में मनाया जाने वाला दशहरा ऐतिहासिक माना जाता है। जी हां, यहां हर साल दशहरे के दिन 300 से ज्यादा देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। वहीं इस बार भी लोगों ने देवी-देवताओं की पूजा की और भारी जनसैलाब के बीच अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव का शुभारंभ हुआ। बता दें कि इस मौके पर भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया गया। वहीं भगवान रघुनाथ के रथ को सभी धर्मों के लोगों ने खींचकर रथ मैदान से यात्रा को ढालपुर मैदान में पहुंचाया।
आपको बता दें कि सात दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव के दौरान रथयात्रा में मुख्य अतिथि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अलावा त्रिपुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल और हिमाचल हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी मौजूद रहे।
वहीं अगर हिमाचल प्रदेश के शिमला की बात करें तो शिमला के जाखू मंदिर परिसर में 108 फीट ऊंची हनुमान की मूर्ति के आगे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विजयदशमी के पर्व पर रिमोट का बटन दबाकर रावण का दहन किया। बता दें कि मंदिर के आस पास भारी संख्या में लोग मौजूद थे। सभी अपने परिवारों के साथ इस पावन अवसर पर शामिल होने आए थे।
वहीं इस मौके पर दशहरे में मुख्यतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शिरकत की जहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दशहरा उत्सव हिमाचल प्रदेश के लोगों के जीवन में सुख और समृद्धि लाए जिसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शाम 5:58 बजे रिमोट का बटन दबाकर रावण दहन किया।