सोलन (सुरेन्द्र सिंह सोनी): पच्छाद उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ बगावत का साहस जुटाने वाली आजाद उम्मीदवार दयाल प्यारी की किडनैपिंग नहीं हुई है। दरअसल, एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दयाल प्यारी ने सोलन में मीडिया के सामने नामांकन पत्र वापिस न लेने का ऐलान किया तो उन्हें एक काले रंग की स्कार्पियो में अगवा कर लिया गया। इसका आरोप बीजेपी पर ही मढ़ा गया है।
बता दें कि दयाल प्यारी के अपने ही समर्थकों ने उन्हें काले रंग की स्कार्पियो में बिठाकर सीधे ही प्राचीन भूरेश्वर महादेव मंदिर का रुख किया था। भूरेश्वर महादेव मंदिर में ही दयाल प्यारी की बैठक जारी है। बताया जा रहा है कि चुनाव मैदान में बरकरार रहने का दम भरने से प्रभावित होकर सिक्टा समर्थकों ने भी दयाल प्यारी के समर्थन में जुटना शुरू कर दिया है।
दयाल प्यारी अपने समर्थकों के बीच मंथन कर रही है। उन्होंने कहा कि 3 बजे के बाद वो प्रचार में जुट जाएंगी। हालांकि एक तबका अब भी यही कह रहा है कि वो नामांकन पत्र वापिस लेंगी, लेकिन इसकी गुंजाइश नजर नहीं आ रही। गौरतलब है कि नामांकन पत्र वापिस लेने के लिए प्रत्याशी को व्यक्तिगत तौर पर सहायक निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में पहुंचना लाजमी नहीं है। इसके लिए नामांकन भरने वाला प्रत्याशी अपने अथॉरिटी लैटर के साथ प्रपोजर या एजेंट को भेज सकता है।