बद्दी (सुरेन्द्र सिंह सोनी): नालागढ़ के बद्दी में प्लास्टिक मुक्त दशहरे आयोजन किया गया था लेकिन जहां दून भाजपा के नेताओं ने प्लास्टिक मुक्त दशहरा मनाने के नाम पर सोशल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी, परन्तु हकीकत में यहां प्लास्टिक का खूब प्रयोग हुआ। इसका नजारा दशहरे के दूसरे दिन दशहरा ग्राउंड में देखने को मिला। प्लास्टिक के लिफाफों से पूरा मैदान सफेद दिखाई दे रहा है।
नगर परिषद बद्दी के पूर्व अध्यक्ष मदन चौधरी, बद्दी शहरी ईकाई के अध्यक्ष संजीव कुंडलस व समेत कई लोगों का कहना है कि दशहरा उत्सव को प्लास्टिक मुक्त बनाने के नाम पर भाजपा के नेता पिछले कई दिनों से प्रचार कर रहे थे जहां एस.डी.एम. नालागढ़ ने सभी पार्षदों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए शपथ भी दिलाई थी। दशहरा ग्राउंड में जिस प्रकार से हर तरफ प्लास्टिक के लिफाफे, पानी के गिलास व अन्य सामग्री फैली हुई थी, उससे भाजपा नेताओं की कथनी व करनी की पोल खुल गई है।
बता दें कि न तो यहां प्लास्टिक मुक्त दशहरा मनाया गया और न ही भ्रष्टाचार मुक्त दशहरे का आयोजन हुआ। दशहरे के लिए रखी गई बैठक से भी कांग्रेसी पार्षदों को दूर रखा गया। यहां तक की नप बद्दी से कांग्रेस समर्थित पार्षदों को दशहरा मेले के निमंत्रण भी नहीं दिया गया ताकि इनकी कारगुजारी की पोल न खुल जाए। दशहरे मेले के लिए दशहरा ग्राउंड में पिछले एक महीने से तैयारियां चल रही थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि दशहरे मेले के नाम पर पैसे का दुरुपयोग हुआ है व इसके लिए नगर परिषद बद्दी श्वेत पत्र जारी करे। इसके बारे में जब नगर परिषद बद्दी के कार्यकारी अधिकारी रणधीर वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि दशहरे मेले में प्लास्टिक के प्रयेाग पर पूरी तरह से रोक लगाई गई थी व अगर प्लास्टिक का प्रयोग हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सफाई एजेंसी को दशहरे ग्राउंउ को साफ करने के आदेश दे दिए गए हैं।