नई दिल्ली: INX मीडिया भ्रष्टाचार मामले में न्यायिक हिरासत के तहत दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। चिदंबरम की ओर से सुप्रीम कोर्ट पहुंचे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने इस याचिका पर जल्द सुनवाई की अपील की है।
दो जजों पर आधारित अदालत की पीठ ने कहा कि चिदंबरम की यह याचिका चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास भेज दी जाएगी ताकि इस याचिका की जल्द सुनवाई पर विचार किया जा सके। दिल्ली हाईकोर्ट ने 30 सितंबर सोमवार को इस मामले में चिदंबरम की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ चिदंबरम में सुप्रीम कोर्ट में पहुंच की है। हाईकोर्ट ने यह कहकर चिदंबरम की जमानत याचिका खारिज कर दी थी कि मामले की जांच अभी चल रही है और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि जमानत मिलने के बाद चिदंबरम गवाहों को प्रभावित करेंगे। अदालत ने कहा था कि इस बात की संभावना नहीं कि यदि उन्हें जमानत मिलती है तो वह विदेश जाएंगे या सबूतों के साथ छेड़छाड़ करेंगे, लेकिन इस बात की संभावना है कि जमानत मिलने पर वह इस मामले के गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं। विशेष अदालत ने चिदंबरम को पहले पांच सितंबर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत के लिए तिहाड़ जेल भेजा था और फिर बाद में 19 सितंबर को फिर से 14 दिन के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया था।
बता दें कि 74 वर्षीय चिदंबरम को 21 अगस्त को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और उसी समय से वह न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। यह मामला साल 2007 का है जब विदेश से 305 करोड़ का फंड हासिल करने के लिए विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड से मंजूरी दिलाई गई थी। आरोप है कि चिदंबरम में रिश्वत लेकर यह मंजूरी दिलवाने में अनियमितता बरती थी। उस समय चिदंबरम देश के वित्त मंत्री थे। इस मामले में सीबीआई ने 15 मई 2017 को भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था और इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी धनशोधन के मामले में चिदंबदरम के खिलाफ मामला दर्ज किया था।