हरियाणा डेस्क: न.शे की कमर तोडऩे के लिए सरकार ने अब स्कूली बच्चों को भी अपने साथ जोड़ा है। हरियाणा के बच्चों को जो सरकारी स्कूल में पढ़ते है वो अब न.शा ना करे ना ही न.शे के किसी कारोबार से जुड़े इसके लिए शिक्षा विभाग ने पुलिस विभाग के साथ मिलकर एक योजना तैयार की है। योजना के तहत शिक्षा विभाग कक्षा 9 से 12 में पढऩे वाले बच्चों में हर कक्षा से दो-दो बच्चे लेगा। इनका नाम धाकड़ बच्चे दिया गया है। ये धाकड़ बच्चे अपनी कक्षा के साथ साथ अन्य बच्चों की कार्यप्रणाली पर भी नज़र रखेंगे।
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कक्षा 9 से 12 वाले छात्रों में से बनाये धाकड़ बच्चे
गैर कानूनी कार्य करने वाले बच्चों के नाम सुपर धाकड़ यानी प्राचार्य को दिए जाएंगे। न.शे की कमर तोडऩे के लिए शिक्षा विभाग पुलिस विभाग के साथ मिलकर काम करेगा। बच्चे भी गैर कानूनी कार्य ना करें और ऐसे किसी गैर कानूनी कार्य में कोई बच्चा पड़े तो उसकी जानकारी भी जल्द मिल सके तो उसे मुख्यधारा से दुबारा जोड़ा जाए। भिवानी के जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने बताया कि शिक्षा विभाग पुलिस के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। इसके लिए पुलिस विभाग ने भी नोडल अधिकारी बनाया है। कोई भी बच्चा या फिर उनके आसपास कोई भी गैर कानूनी कार्य होता है तो गुप्त तरीके से इसकी जानकारी सुपर धाकड़ यानी प्राचार्य को देंगे। इस तरह से सूचना पुलिस तक पहुंच जाएगी ओर पुलिस तुरंत कार्यवाही कर देगी।