हिमाचल डेस्क: हिमाचल के अस्पतालों में अब टेस्टिंग के लिए ‘पेथोलॉजी टेस्ट रिक्यूजिशन फार्म (पीटीआरएफ)’ अनिवार्य हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की और से जारी इस फैसले से क्रस्ना लैब में होने वाले टेस्ट बिना ‘पेथोलॉजी टेस्ट रिक्यूजिशन फार्म (पीटीआरएफ)’ के नहीं होंगे। प्रदेश के सभी अस्पतालों में फार्म की व्यवस्था कर दी गई है।
कैसे भरा जाएगा फॉर्म
स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों को आदेश दिए हैं कि वह पीटीआरएफ फार्म पर ही टेस्ट करवाने के लिए मरीजों को लैब में भेजे। पहले केवल अस्पताल से मरीजों को मिलने वाली पर्ची पर ही लिखे टेस्ट को टिक किया जाता था।अब टेस्ट पर्ची पर लिखने की जगह पर फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया है। अब वही टेस्ट किए जाएंगे जिन पर चिकित्सक टिक करेंगे।
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नए नियम के फायदे
टेस्ट करवाने के लिए पहले कई बार पर्ची को फोटोस्टेट करना पड़ता था जिसके कारण बाहर लंबी कतारें लग जाती थीं और काम भी धीमी गति से होता था। इस नए नियम से लैब के पंजीकरण काउंटर पर भीड़ कम होगी और काम भी तेज गति से होंगे।