हरियाणा डेस्क: एक बहुत पुरानी कहावत है नीम हकीम खतरा-ए-जान. इसका अर्थ है कि ऐसा व्यक्ति जिसके पास डॉक्टरी का अधूरा ज्ञान है वह आपकी जान खतरे में डाल सकता है. ऐसा ही एक मामला नीलोखेड़ी तहसील क्षेत्र के थाना तरावड़ी में देखने को मिला. जहा 21 वर्षीय एक छात्रा की गलत इंजेक्शन लगने से मौत हो गई. छात्रा की मौत के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का कहना है कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए.
क्या है पूरा मामला
बता दे कि तरावड़ी के डेयरी मोहल्ला की रहने वाली 21 वर्षीय बी.ए. फाईनल ईयर की छात्रा टिशा को खांसी थी, इसके बाद परिजन शहर के रेलवे रोड पर ही डॉक्टर ज्ञान के क्लीनिक पर लेकर पहुंचे थे. जिसके बाद डॉक्टर ज्ञान ने टिशा को एक इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन लगते ही टिशाा की तबियत बिगड़ती चली गई और देखते ही देखते टिशा ने दम तोड़ दिया. मृतक 21 वर्षीय टिशा के दादा का कहना है कि डॉक्टर ज्ञान द्वारा टिशा को गलत इंजेक्शन लगाया गया व गलत इंजेक्शन के कारण उसकी मौत हुई है. हम डॉक्टर के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं.
मौके पर पहुंची पुलिस
पूरी घटना और हंगामे की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी इंस्पैक्टर संदीप सिंह मौके पर पहुँचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. तरावड़ी थाना प्रभारी इंस्पैक्टर संदीप सिंह का कहना है कि परिजनों की शिकायत के आधार पर आरोपित डाक्टर ज्ञान के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. फिलहाल पूछताछ के लिए आरोपी डाक्टर को हिरासत में लिया गया है. थाना प्रभारी ने कहा कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जाएगी. शव को पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज में मर्चरी हाऊस में भिजवा दिया है. जांच के बाद मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.