हेल्थ डेस्क- आज कल की स्ट्रेसफूल लाइफ में माइग्रेन की समस्या युवाओं में लगातार बढ़ती जा रही है। हर उम्र के लोग माइग्रेन की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। माइग्रेन में तेज सिरदर्द, उल्टी आना और चक्कर जैसी समस्या हो सकती है। अक्सर लोग सिरदर्द और माइग्रेन को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। बड़ी संख्या में लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नहीं पहचान पाते हैं, जिससे समस्या गंभीर होती चली जाती है। सर्वोदय हॉस्पिटल (फरीदाबाद) के न्यूरोसर्जन डॉ. गौरव केसरी का कहना है कि, माइग्रेन सिरदर्द का एक टाइप होता है, जिसमें व्यक्ति को अचानक तेज सिरदर्द, उल्टी आना और तेज आवाज, तेज लाइट से परेशानी होती है। माइग्रेन कई तरह का होता है, जिसमें अलग-अलग लक्षण और समस्याएं देखने को मिलती हैं।
माइग्रेन एक लाइफस्टाइल डिजीज
कई बार माइग्रेन से जूझ रहे व्यक्ति को तेज सिरदर्द के साथ शरीर के एक हिस्से में कमजोरी महसूस होती है। हालांकि, कुछ घंटे के बाद शरीर की कंडीशन नॉर्मल हो जाती है। अगर आपको 2 सप्ताह से ज्यादा समय तक इस तरह की समस्या रहती है, तो यह माइग्रेन हो सकता है। आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉ. केसरी कहते हैं, ‘माइग्रेन एक लाइफस्टाइल डिजीज है, जिससे आसानी से बचाव किया जा सकता है। सबसे पहले आपको अपनी लाइफस्टाइल को सुधारना होगा। सोने का समय तय करना होगा। हेल्दी डाइट लेनी होगी। इस समस्या से बचने के लिए तनाव से बचना चाहिए। हर 3 से 4 घंटे में ब्लड ग्लूकोज को मेंटेन रखने के लिए कुछ न कुछ खाना चाहिए। लंबे समय तक फास्टिंग से बचना चाहिए।
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न्यूरोसर्जन डॉ. गौरव केसरी माइग्रेन के इलाज के बारे में बताते हुए कहते हैं कि माइग्रेन का ट्रीटमेंट दवाओं के जरिए किया जाता है, लेकिन हर मरीज की कंडीशन अलग होती है। सबसे पहले माइग्रेन की पहचान करने के लिए सभी टेस्ट किए जाते हैं। फिर लक्षणों के अनुसार दवा दी जाती है। गंभीर मामलों में इलाज का तरीका अलग हो सकता है।