चंडीगढ़ : बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर मनाने जाने वाला त्यौहार दशहरा आते ही पिछले साल की दिल दहला देने वाली घटना याद आती है। जहां दशहरे के दिन एक तेज रफतार ट्रेन अपने साथ कई लोगों की मौत लेकर कर आई। हम बात कर रहे हैं अमृतसर के जोड़ा फाटक की घटना की। जहां दशहरे के पर्व के दिन कई लोग ट्रेन ट्रैक पर खड़े होकर रावण का दहन देख रहे थे कि अचानक से एक तेज रफतार ट्रेन ने कई लोगों को रौंद डाला।
बता दें कि इस दर्दनाक हादसे ने 59 लोगों की जान ले ली थी। साथ ही दर्जनों लोग घायल हुए थे। वहीं मरने वालों में कई बच्चे, महिलाएं व कई बूढे लोग शामिल थे। इस दिल दहला देने वाली घटना को एक साल बीत गया, लेकिन इस हादसे की गूंज अभी तक उन परिवारों ने नहीं भूली जिन्होनें इस दर्दनाक हादसे में अपने परिजनों को खोया, वहीं किसी ने अपनी बेटा खोया तो किसी ने अपना पति किसी बाप खोया तो किसी ने बेटी। बता दें कि हादसे में गंभीर रुप से जख्मी हुआ एक ऐसा व्यक्ति भी था जो कई महीनों तक जिंदगी और मौत के बीच झूझता रहा जिसके बाद पीड़ित ने 23 फरवरी 2019 को दम तोड़ा।
आपको बता दें कि हादसे में मारे गए लोगों को पंजाब सरकार ने मुआवजा राशि तो दे दी गई लेकिन अपने परिजनों के जाने का दर्द अब भी इन परिवारों को दुख दे रहा है।